SEO kya hai? SEO Tutorial In Hindi

Website या Blog पर organic traffic increase karne में SEO का रोल सबसे अहम होता है. इस Seo Tutorial In Hindi guide में मैं आपको कुछ simple example के साथ seo की बारीकियों के बारे में बताऊंगा जिनको प्रैक्टिस कर के आप seo को आसानी के साथ समझ व सीख सकते है.

SEO Kya hai

Seo ka full form search engine optimization होता है इसका मुख्य उद्देश्य website या blog को सर्च इंजन में index कराना होता है जिससे कि वेबसाइट पर organic traffic increase हो.

On-page SEO : On page SEO का काम हम अपने blog में करते है जैसे Keywords का इस्तेमाल ब्लॉग के description में करना, body text में करना साथ में अपनी किसी पुरानी post का url anchor text के रूप में करना इत्यादि.
Off-Page SEOइसमें हमें अपने ब्लॉग पे कुछ नहीं करना होता है क्यूंकि Off-Page SEO में हम अपनी साईट या किसी blog की post का प्रमोशन करते है चाहे वह backlink, commenting, directory submission से या फिर social नेटवर्क के through हो.
इस Seo tutorial in hindi के माध्यम से मैं आपको उन 6 factors के बारे में बताऊंगा जो किसी भी blog ya website ko search me top par lane में आपकी मदद करेंगी.

SEO Best Practice Tutorial in Hindi :

ऐसे तो seo के लिए कई सारे फैक्टर काम करते है TLD, Domain Age, Domain Authority etc लेकिन मैं आपको इस SEO Tutorial In Hindi में “best 6 seo factor” के बारे में बताने जा रहा हूँ जिनको कर के आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन में बहुत जल्दी index करा सकते है साथ ही अपनी वेबसाइट या पोस्ट को Search Engine ki Rank में ऊपर ला सकते है. आइये जानते है SEO Tutorial In Hindi में क्या है वो best 6 seo factor.
1) Keyword Research
2) Competitor Analysis
3) Keyword Focus
4) Backlinks
5) Website Analysis
6) Social Media
Note : अगर आपकी वेबसाइट या ब्लॉग बिलकुल नया है और अभी तक आपकी साईट google search me index नहीं है तो सिम्पली site:yoursite.com (yoursite.com की जगह अपनी वेबसाइट का domen) को गूगल में सर्च करे. ऐसा करने से गूगल आपकी website को maximum 1 दिन के अंदर crawl कर लेगा और आपकी साईट गूगल में index हो जाएगी.

1. Keyword Researchkeyword रिसर्च के लिए आम तौर पर हम “google keyword planner tool” का प्रयोग करते है जोकि best tool हैं. जिसमे हमें keyword पर monthly searches के साथ competition और cpc का अनुमान भी मिल जाता है. मैं google keyword planner tool के साथ Moz Keyword explore का भी प्रयोग करता हूँ क्यूँ इसमें मुझे keyword पर difficulty के साथ-साथ opportunity का भी अंदाज़ा लग जाता है. जिससे पोस्ट लिखने में आसानी होती है. हालाँकि moz का ये टूल पेड है फिर भी moz हमें 1 दिन में 2 keyword analysis करने के लिए मुफ्त में यह सुविधा देता है. इसलिए पहले गूगल keyword planner tool से हम अपना keyword select करते है फिर उस keyword को मोज में एनालिसिस करते है.
2. Competitor Analysis : Keyword selection के बाद Competitor की website या उसकी post का Analysis करते है जिससे हमें यह अंदाज़ा लग जाता है कि हम जिस topic या keyword पर ब्लॉग लिखने जा रहे है उस keyword पर हमें कितना कम्पटीशन करना होगा. इसके लिए मैं moz के साथ साथ ahrefs tool का प्रयोग करता हूँ. जहाँ moz के बारे में ऊपर बता चूका हूँ वही ahrefs से हमें हमारी Competitor website के backlink, referring domains,  anchor text की पूरी जानकारी मिल जाती है जिससे हम अपनी Competitor site से better seo करने की कोशिश करे तो हम अपनी Competitor को कड़ी टक्कर दे सकते है.
3. Keyword Focus : Competitor Analysis करने के बाद हम अपना ब्लॉग उस topic पे लिखते है जो हमने keyword planner tool से सेलेक्ट किया है. हम अपनी पोस्ट में अपने select किये हुए keyword पर फोकस करते है जैसे कि ब्लॉग के description में keyword को bold में प्रयोग करना, body text में keyword का use करना, italic, strikethrough, H1-h6 हैडिंग में कीवर्ड का प्रयोग यदि संभव हो. ये tectis आपके keyword को highlight करती है जिससे की गूगल आपके ब्लॉग की पोस्ट को उतना ही focus करता है जितना की आपने कीवर्ड को अपने ब्लॉग में फोकस किया है.
4. Backlinksब्लॉग को लिखने के बाद हम अपनी पोस्ट के लिए backlink generate करते है. Backlink generate करने के बहुत सारे तरीके है जैसे की अपनी पोस्ट से related दूसरी पोस्ट पे comment करना, directory submission, guest posting इत्यादि. दुसरे के ब्लॉग पर Comment जरूर करे इससे हमें nofollow backlink मिलता है जो की हमारी साईट को कुछ न कुछ potency ही देता है. इससे हमें फायदा ही होता है न की नुक्सान. इसलिए commenting जारी रखे.
5. Website Analysisवेबसाइट एनालिसिस के लिए google analytics का प्रयोग करते है जिससे हमें अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर आने वाले ट्रैफिक का सोर्स, बाउंस रेट, साईट पर यूजर द्वारा स्पेंड किया गया समय इत्यादि बातों की पूरी जानकारी मिल जाती है जिससे हमें हमारी साईट पर आने वाले यूजर की रूचि का भी अंदाज़ा मिल जाता है और यूजर किस तरह की पोस्ट को ज्यादा पसंद करता है.
6. Social Mediaवेबसाईट का traffic increase करने में सोशल मीडिया भी एक बहुत अच्छा माध्यम है. जहा हमें facebook, twitter, google plus जैसे बड़े social networking site से backlink तो मिलता ही है साथ में हम अपनी पोस्ट को कम्युनिटी, पेजेज, ग्रुप के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपने द्वारा शेयर की गयी जानकारी को पंहुचा सकते है. इसलिए social networking site पर हमेशा एक्टिव रहे ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़े. ऐसे ग्रुप्स को ज्वाइन करे जिनमे users की संख्या ज्यादा हो.

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